बदलते बाजार में परिस्थितियां कब किसके अनुकूल हो जाएं इसका अनुमान लगाना मुश्किल है। अब कार बाजार को ही देख लीजिए जहां कार मतलब हैचबैक गाड़ियां हुआ करती थीं वही अब एक नया सेगमेंट लोकप्रिय हो गया है जिसे हम युटिलिटी वाहन के रूप में जानते हैं। मौजूदा समय में हुंडई क्रेटा, मारुति सुजुकी ब्रेजा और टाटा की नेक्सॉन लोगों की पहली पसंद बनी हुई हैं। लेकिन अब इस सेगमेंट में भारतीय ग्राहकों के लिए एक और विकल्प आ रहा है और वह फोर्ड का फ्रीस्टाइल। फ्रीस्टाइल को चलाने के लिए हम पहुंचे जयपुर से लगभग 104 किलोमीटर दूर सांभर साल्ट लेक।
इस लेक की खासियत ये है कि आप इसमें गाड़ी भी चला सकते हैं वो भी स्टीयरिंग से हाथ हटाकर, 80 की स्पीड पर तेज ब्रेक मारकर गाड़ी से भयंकर धूल उड़ा सकते हैं, आप दूर तक जा सकते हैं लेकिन अगर आपने थोड़ा ध्यान नहीं दिया और ज्यादा मस्ती की तो रास्ता भी भूल सकते हैं। ऐसे स्वतंत्र माहौल में जब हमने फ्रीस्टाइल को टेस्ट किया तो पता चला की इस गाड़ी से फोर्ड को जितनी उम्मीदें हैं उसमें से वहा यहां के ग्राहकों की कसौटी पर कितना खरा उतर पाई है। तो आइए फ्रीस्टाइल से कुछ धूल उड़ाते हैं बिना रास्ते वाले लेक में टायरों के निसान से एक लंबा रास्ता बनाते हुए जानते है कि ये गाड़ी आपके कितने काम की है।
पहली नजर में
पहली नजर में ऐसा लग जाता है कि फोर्ड की लोकप्रिय हैचबैक कार फीगो बिना कोई दिन मिस किए नियमित रूप से जिम गई है जहां उसने कुछ मशल्स बनाने में सफलता हासिल कर ली है। लेकिन आपको बता दें कि ये फीगो से ऊंची है, इसका ट्रैक चौड़ा है और कुल मिलाकर फीगो का बड़ा स्वरूप सिद्व करने में यहां फोर्ड सफल रही है।
फोर्ड फ्रीस्टाइल के साथ ही फोर्ड भारतीय बाजार में अपना 1.2 लीटर तीन सिलेंडर पेट्रोल इंजन भी लेकर आई है जिसमें नया पांच स्पीड वाला मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है। इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 190 मिलीमीटर का है जो कि फोर्ड फिगो से 16 मिलीमीटर ज्यादा है जबकि ईकोस्पोर्ट से 10 मिलीमीटर कम। इसकी बढ़ी ऊंचाई इसकी परिपक्वता की कहानी बयां करती है। इसके आगे पीछे आपको स्कफ प्लेट(बॉडी से चिपकी हुई प्लेट जिस पर गाड़ी का नाम अंकित है) दी गई है, इसके व्हील आर्च के चारों ओर क्लैडिंग दी गई है यही नहीं इसकी छत भी बड़े काम की चीज है जिस पर आप 50 किलो तक का वजन चढ़ाकर ले जा सकते हैं।
यानी कि एलॉय फ्रेम वाली तीन चार साइकिलें स्टैंड के सहारे इस पर आ जाएंगी। फोर्ड ने इसमें 15 इंच वाला एलॉय और इसे खूबसूरत बनाने के लिए स्पिलिट फोर स्पोक डिजाइन दिया है, लेकिन आपको ये जानकर थोड़ा अजीब लगेगा कि बड़े व्हील आर्च के नीचे ये पहिए थोड़े छोटे लगते हैं। लेकिन ऐसा करने के पीछे फोर्ड का तर्क है कि इससे इसकी राइडिंग गुणवत्ता बेहतर होगी।
हां एक बात तो बोलनी रह ही गई थी, वो ये है कि ऐसा लगता है कि जब कॉम्पैक्ट सेडान एस्पायर व हैचबैक का फेसलिफ्ट बाजार में आएगा तो उसकी एक झलक आप इस फ्रीस्टाइल में देख सकते हैं। ये अनुमान हमारा है और कुछ खबरों के माध्यम से दिख रही तस्वीरों से इसकी पुष्टि भी काफी हद तक होती है। ये महज एक अनुमान है जिसके हकीकत में बदलने की पूरी संभावना नजर आ रही है। इसके बोनट पर उभरकर दिख रहा है अंग्रेजी अक्षर वाला वी शेप काफी आक्रामक नजर आ रहा है जो कि काफी धारदार अंदाज में हेक्साजोनल ग्रिल तक जाता है।
अमूमन ये देखा जाता है कि ज्यादातर गाड़ियों के डिजाइन में सबसे ज्यादा मेहनत उसके सामने वाले हिस्से में की जाती है लेकिन फोर्ड के फ्रीस्टाइल का बंपर बेहतरीन लग रहा है जिसमें एंगुलर सी शेप वाला फॉग लैंप अपनी खूबसूरती की छटा बिखेर रहा है। इसकी स्मोक इफेक्ट हेडलाइटें, ग्रिल का स्पोर्टी अंदाज और विंग मिरर का कंट्रास्ट इफेक्ट वो अन्य चीजें हैं जो इस गाड़ी की खूबसूरती को बढ़ा रही हैं। कुल मिलाकर एकाध चीजों को छोड़ दिया जाए तो यह फोर्ड की वो जानदार पेशकश है जिसका इंतजार किसी भी अच्छे सेल्स मैन को होता है जिससे उसे कम मेहनत करने के बावजूद बिक्री में सफलता हासिल हो सके। ये फोर्ड के डीलर्स के लिए खुशखबरी साबित हो सकती है। इसकी बुकिंग शुरू हो चुकी है और उम्मीद की जा रही है कि फोर्ड बढ़िया नंबर करेगी।
अंदर से झांककर
इस गाड़ी के अंदर बैठकर आपको एकदम ऐसा नहीं लगेगा कि आप यहां पहले कभी आए ही नहीं। इस केबिन से आप भली भांति परिचित हैं क्योंकि फीगो और एस्पायर में कमोवेश यही केबिन दी गई है, लेकिन इसमें भिन्नता है। काले रंग पर दी गई चॉकलेट थीम बढ़िया लग रही है जिसके चलते यह यह अलग दुनिया का आभास कराती है साथ ही इसमें फोर्ड के तरफ से लगाया गया टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम इसे और दिलचस्प बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। इसके लिए फोर्ड को अपनी गाड़ी के सेंटर कंसोल को रीडिजाइन करना पड़ा जिससे इसमें 6.5 इंच वाला स्क्रीन फिट किया जा सके। आपको ये चीज ईकोस्पोर्ट के मिड वेरिएंट में मिल रहा है।
ये बदलाव कुल मिलाकर स्वागतयोग्य है। फोर्ड का नया सिंक 3 टचस्क्रीन यूनिट न सिर्फ फ्रीस्टाइल की केबिन को तरोताजा बनाती है बल्कि आपको दुनिया की वो सारी लग्जरी भी प्रदान करती है जिसके तहत आप अपने फोन को कार से ब्लूटूथ के जरिए कनेक्ट कर सकते हैं। हालांकि इसके बावजूद अभी इसमें सेटेलाइट नेवीगेशन नहीं दिया गया है पर हां अब आपको फोर्ड की इस कार में एंड्रायड ऑटो और एपल कार प्ले की सुविधा दी जा रही है।
टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के अलावा फ्रीस्टाइल में आपको कीलेस एंट्री और गो, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, ऑटो हेडलैंप्स और फोर्ड का माईकी फंक्शन मिलेगा। माई की फंक्शन के माध्यम से कार उपभोक्ता अपनी कार में वॉल्यूम का स्तर व स्पीड की लिमिट को पहले से ही सेट कर सकता है जिससे ड्राइवर या फिर घर के उद्दंड बच्चे इससे ओवरस्पीडिंग नहीं कर पाएंगे। सेफ्टी किट की बात करें तो फ्रीस्टाइल के हर वेरिएंट में दोहरा एयरबैग और एबीएस स्टैंडर्ड है।
इसके टॉप मॉडल में 6 एयरबैग, ट्रैक्शन कंट्रोल, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम, एक्टिव रोलओवर प्रोटेक्शन जैसे जरूरी फीचर्स दिए गए हैं। एआरपी ईएसपी के साथ मिलकर काम करता है और संभावित रोल को रोकने के लिए व्यक्तिगत पहियों को ब्रेक कर सकता है या इंजन की शक्ति कम कर सकता है।
फिगो की तुलना में फ्रीस्टाइल की ड्राइविंग सीट थोड़ी ऊंची है लेकिन इसके बावजूद आपको बाहर की विजिविलिटी बहुत अधिक स्पष्ट नहीं होती। ड्राइवर को बड़ी सीट तो मिलती है जिसमें वह आराम से बैठ जाता है लेकिन स्टीयरिंग का साइज ज्यादा बड़ा होने के वजह से सारा मजा किरकिरा हो जाता है। इसमें आपको डेडपैडल भी नहीं मिलेगा जो कि थोड़ा निराश करता है। इसके दरवाजे व डैशबोर्ड पर दी गई प्लास्टिक दिखती तो प्रीमियम है पर इसे छूते ही इसकी क्वालिटी का पता चल जाता है। इसमें स्क्रैच लगने का खतरा हमेशा बना रहेगा।
इसमें सामान रखने की 20 जगहे हैं जहां आप अपना छोटा-मोटा सामान रख सकते हैं। लेकिन ये सारे स्टोरेज तलाशने के लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। आगे के दोनों दरवाजों के साइड में आपको इतनी जगह मिलती है जिसकी कल्पना आप इस साइज के कार से नहीं कर सकते। सामने की दोनों सीटों के बीच में कपहोल्डर्स के साथ फोन रखने की जगह बनाई गई है। इसमे 12 वोल्ट चार्जिंग सॉकेट के अलावा दो यूएसबी स्लॉट भी मौजूद हैं। पीछे बैठने वालों का भी ध्यान रखा गया है जिसके तहत बढ़िया लेगरूम व हेडरूम मिलता है। साथ ही इसमें दिया गया 257 लीटर का बूट स्पेस काफी सामान रखने की आजादी देता है।
अब आओ इसे चलाकर देखें
चलाने में ये काफी मजेदार है। इस कार में फोर्ड ने अपना नया नेचुरली एस्पीरेटेड 1.2 लीटर तीन सिलेंडर टीआई-वीसीटी इंजन लगाया है। ये कार 96 होर्स पावर की शक्ति देता है जो कि भारत में बिक रही सभी 1.2 लीटर नेचुरली एस्पीरेटेड पेट्रोल इंजन की तुलना में सबसे ज्यादा है। ये इंजन अपनी इस क्षमता के साथ एकदम निराश नहीं करता। सांभर के साल्ट लेक में इसे चलाते वक्त हमें आभास हो गया कि ये एक बढ़िया ऑफरोडिंग कार भी है जो जरूरत पड़ने पर अपने बड़े ग्राउंड क्लीयरेंस के साथ आपको छोटी-मोटी मुसीबत से उबार लेगी। हालांकि हमने सिर्फ इसके पेट्रोल वेरिएंट को ही चलाया पर फोर्ड इसे डीजल इंजन के साथ भी उतारेगी और इसके डीजल इंजन की क्षमता होगी 1.5 लीटर। इसका डीजल इंजन 100 एचपी की शक्ति और 215 एनएम का टॉर्क प्रदान करता है। इसके इंजन को इसके नए पांच स्पीड गियरबॉक्स से बढ़िया सपोर्ट मिलता है। सांभर के साल्ट लेक में हमने इसको हर तरह से चलाया पर इसने हमारा साथ नहीं छोड़ा और इस गाड़ी की ये अदा अच्छी लगी। आप आजाद हैं किसी गाड़ी को किसी भी तरह से परखने के लिए और सबसे ज्यादा मजा तब आता है जब कुछ आपकी कसौटी पर खरा उतर जाए।
इसका इंतजार करना कितना जायज
अगर आप गाड़ी सिर्फ ब्रांड देखकर नहीं बल्कि उसकी योग्यता के आधार पर खरीदते हैं तो मेरी सलाह है इसे जरूर ट्राई करें। मैं उम्मीद करता हूं कि इसकी कीमत 6 से 8 लाख रुपये के बीच में होगी। अगर फोर्ड इस प्राइज रेंज में कुछ कर पाती है तो ये मानकर चलिए फोर्ड के पास अब एक और प्रोडक्ट आ चुका है जिसके आधार पर वह भारतीय बाजार में अपनी पैठ थोड़ी और मजबूत कर पाए।
वीडियो यहां देखेंः-