इंतजार का फल मीठा होता है। लेकिन कई बार इंतजार के बाद जब कुछ नहीं मिलता तो निराशा होती है। लेकिन एमजी मोटर ने फिलहाल ऐसा नहीं किया है। जिसका हमें इंतजार था एमजी के तरफ से फाइनली वो भारत में दस्तक देने जा रही है। एमजी मोटर ने भारत में अपनी पहली एसयूवी हेक्टर के नाम का खुलासा कर दिया है। ये होगी कंपनी की पहली गाड़ी इंडिया में। तो हेक्टर के साथ ही अब ये नया साल एक ही सेगमेंट में हैरियर , किया की एसपी कांसेप्ट के साकार रूप के साथ बहुत कुछ देखने को तैयार है। लेकिन इस आर्टिकल में मैं सिर्फ हेक्टर के बारे में बात करने जा रहा हूं और ये बताने की कोशिश करूंगा कि ये गाड़ी आपके कितने काम की है।
इन कारों से होगी टक्कर
एमजी मोटर पूरी आक्रामकता के साथ उस सेगमेंट में एंट्री मारने जा रहा है जहां हुंडई क्रेटा का सिक्का चलता है। तो इससे साफ है इस गाड़ी का मुकाबला क्रेटा, निसान किक्स, टाटा हैरियर, जीप कंपास व हुंडई टूसां जैसी कॉम्पैक्ट एसयूवी गाड़ियों से होगा।
आकार में सबसे बड़ी
आकार की बात करें तो इसकी कुल लंबाई 4655 मिलीमीटर, चौड़ाई 1835 मिलीमीटर व ऊंचाई 1760 मिलीमीटर है। एमजी मोटर टाटा की लैंड रोवर प्लेटफॉर्म पर आधारित हैरियर व हुंडई की टूसां से ज्यादा लंबी है। हेक्टर भी पांच सीटर एसयूवी होगी लेकिन इसके बूट में व केबिन में काफी जगह होगी। इसका इंटीरियर काफी लग्जरी रहेगा और इसमें आपको लेदर सीटें व बढ़िया फील देने वाले डैशबोर्ड मिलेंगे साथ ही एसी वेंट पर क्रोम का बेहतरीन प्रयोग देखने को मिलेगा।
इंजन वाली बात
इस गाड़ी में आपको भारत स्टेज 6 वाला 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल व फिएट से लिया गया 2 लीटर टर्बो डीजल इंजन मिलेगा। उम्मीद है कि इन दोनों ही इंजनों का पावर आऊटपुट 170 एचपी के आसपास होगा। तुलना करें तो टूसां 155 एचपी, जीप कंपास 163 एचपी की शक्ति देते हैं। मैं यहां पर पेट्रोल की बात कर रहा हूं। अगर खबरों की मानें तो कंपनी एक ऑटोमेटिक के विकल्प को भी यहां पेश करेगी।
फीचर्स होंगे खूब सारे
उम्मीद की जा रही है कि हेक्टर में इस सेगमेंट की अन्य गाड़ियों के मुकाबले ज्यादा फीचर होंगे। पैनारोममिक सनरूफ, रियर एसी वेंट, टीएफटी इंफो डिस्प्ले, पावर अडजस्टेबल सीटें, क्रूज कंट्रोल और इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक इसके टॉप वेरिएंट में दिए जाएंगे। इसके टॉप वेरिएंट मे पोट्रेट टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिल सकता है जिसमें एंड्रायड ऑटो, एपल कार प्ले और मिरर लिंक इत्यादि होंगे। साथ ही एक 360 डिग्री वाला कैमरा भी होगा। श्
लोकलाइजेश होगा 75 फीसदी
गुजरात के हलोल प्लांट में बनने जा रही इस एसयूवी में लोकलाइजेशन का पूरा ख्याल रखा गया है। शुरू से ही ये गाड़ी 75 फीसदी स्थानीय उत्पादों के आधार पर सामने आएगी। कुल मिलाकर अगर डीलरशिप नेटवर्क का विस्तार कंपनी ने सही से किया तो मानकर चलो एक और कंपनी भारत में अपनी सफल कहानी लिखने को तैयार है।