Safari Vs Harrier : यदि आप भी दुविधा में फसे हैं की आपको Safari लेनी चाहिए या Harrier, तो आपकी ये दुविधा हम लोग दूर कर देंगे, आपको बतायेंगे वो कारन जिसकी वजह से आपको लेनी चाहिए Safari, Harrier के बजाए।
Safari Vs Harrier
Safari Vs Harrier : Name
Safari Vs Harrier : Safari को हल ही में टाटा ने लांच किया है, पैहले ये गाड़ी Gravitas के नाम से लांच होने वाली थी परन्तु टाटा ने अपनी शानदार मार्केटिंग की रडनीतियों को लगते हुए इसका नाम कारन सफारी में कर दिया और यही है इस गाड़ी को खरीदने का पैहला कारण। पिछली सफारी और सफारी स्टॉर्म दोनों ही एक शानदार प्रोडक्ट थे और खास तौर पर दबंग पर्सनालिटी के लोग जैसे नेता, इस तरह की गाड़ियों से चलना ज़्यादा पसंद किया करते थे। तो यदि आप भी एक दबंग पर्सनालिटी को दर्शन चाहते हैं तो सफारी होनी चाहिए आपकी पैहली पसंद।
Space
Safari में आपको 7/6 सीटों का ऑप्शन मिल जाता है तो यदि आपको ज़्यादा लोगों को बैठा कर सफर करना होता है तब आपके लिए ही बानी है ये Tata Safari. आपको Harrier के मुकाबले इसमें जगह भी ज़्यादा मिल जाती है और passengers इसमें आराम से बैठ कर सफर का आनंद उठा सकते हैं।
Luxury
Safari में आपको एक फील गुड फैक्टर है, मतलब जब आप गाड़ी में अंदर बैठेंगे तो आपको सफारी में ज़्यदा अच्छा लगेगा Harrier के बजाए। Safari में आपको लक्ज़री भी अधिक मिलती है और इसके डैशबोर्ड में लगी हुई वुडेन फिनिश इस लक्ज़री फील को और बढ़ा देती है।
ये हैं वो 3 कारण जिसकी वजह से आपको खरीदनी चाहिए Safari, Harrier के बजाए।
Engine :-
इंजन की बात करें तो दोनों ही गाड़ियों में आपको बराबर ही छमता वाला इंजन मिलता है। इसमें 170 पीएस की शक्ति और 350 एनएम का टॉर्क देता है, ये वही इंजन है जो टाटा हैरियर में मिलता है। इसमें 2.0 मल्टीड्राइव मोड मिलता है जिसमें ईको, सिटी व स्पोर्ट मोड मिलता है साथ ही ईएसपी टिरेन रिस्पांस मोड के तहत नॉर्मल, रफ और वेट मोड दिया गया है, जिसका फायदा उस समय मिलता है जब कठिनम पहाड़ी रास्तों पर होते हैं। इस इंजन के साथ एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिकली कंट्रोल्ड वेरिएबल जियोमेट्री टर्बोचार्जर लगाया गया है। जो की टाटा सफारी में था।
Tata Safari Review :-
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